NEET UG Counselling Date 2025: NEET UG का रिजल्ट जारी होने के बाद अब देशभर के लाखों छात्र MBBS और BDS में दाखिले को लेकर काउंसलिंग की तारीखों का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में मेडिकल काउंसलिंग कमेटी यानी MCC द्वारा जल्द ही ऑल इंडिया कोटा (AIQ) की काउंसलिंग शुरू की जाएगी। जानकारी के अनुसार, नीट यूजी काउंसलिंग की शुरुआत जुलाई 2025 के पहले सप्ताह में होने की संभावना है। इसी के साथ अलग-अलग राज्यों में भी स्टेट कोटा की काउंसलिंग जुलाई महीने से शुरू हो सकती है।
नीट यूजी की परीक्षा इसी साल मई महीने में आयोजित की गई थी, जिसका परिणाम 14 जून 2025 को घोषित कर दिया गया है। अब छात्रों को अपने स्कोर और रैंक के अनुसार देशभर के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन पाने के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया में हिस्सा लेना होगा। काउंसलिंग प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होती है और इसे चरणों में पूरा किया जाता है।
इस साल करीब 20 लाख से ज्यादा छात्रों ने NEET परीक्षा दी थी, जिनमें से लगभग 12 लाख छात्र अब काउंसलिंग में हिस्सा लेंगे। नीट यूजी काउंसलिंग में हिस्सा लेने के लिए सबसे पहले उम्मीदवारों को MCC की आधिकारिक वेबसाइट mcc.nic.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा। यह रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया केवल ऑनलाइन माध्यम से होगी।
और इसके लिए उम्मीदवारों को अपने NEET रोल नंबर, स्कोर कार्ड, शैक्षणिक दस्तावेज, आधार कार्ड, फोटो और अन्य जरूरी दस्तावेज अपलोड करने होंगे। रजिस्ट्रेशन के दौरान उम्मीदवारों को एक नॉन-रिफंडेबल रजिस्ट्रेशन फीस और सिक्योरिटी डिपॉजिट भी जमा करना होगा।
कब से शुरू होगी NEET UG Counselling?
NEET UG काउंसलिंग जुलाई 2025 के पहले हफ्ते से शुरू होने की उम्मीद है। MCC की तरफ से इसका पूरा शेड्यूल mcc.nic.in वेबसाइट पर जारी किया जाएगा। इसमें सबसे पहले रजिस्ट्रेशन शुरू होगा, फिर चॉइस फिलिंग होगी और बाद में सीट अलॉटमेंट होगा। जिन स्टूडेंट्स को सीट मिल जाएगी, उन्हें तय समय में जाकर रिपोर्ट करना होगा। अगर कोई सीट नहीं लेता, तो वह अगले राउंड में दोबारा हिस्सा ले सकता है।
नीट यूजी काउंसलिंग प्रक्रिया
MCC द्वारा संचालित ऑल इंडिया कोटा की काउंसलिंग में कुल चार राउंड होते हैं। इसमें पहला राउंड, दूसरा राउंड, मॉप-अप राउंड और स्ट्रे वैकेंसी राउंड शामिल हैं। इन सभी राउंड में जो उम्मीदवार रजिस्ट्रेशन करते हैं, उन्हें कॉलेज और कोर्स की प्राथमिकता यानी चॉइस फिलिंग करनी होती है। चॉइस फिलिंग के बाद MCC द्वारा सीट अलॉटमेंट रिजल्ट जारी किया जाता है और उम्मीदवारों को दिए गए समय के भीतर अलॉटेड कॉलेज में रिपोर्ट करना होता है।
अगर कोई छात्र अलॉट की गई सीट को स्वीकार नहीं करता, तो वह अगले राउंड में भी हिस्सा ले सकता है। स्टेट कोटा के तहत होने वाली काउंसलिंग में हर राज्य की अलग-अलग काउंसलिंग एजेंसी होती है, जो अपने राज्य के मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में एडमिशन के लिए प्रक्रिया शुरू करती है।
उदाहरण के तौर पर उत्तर प्रदेश की काउंसलिंग DGME UP द्वारा आयोजित की जाती है, जबकि बिहार की काउंसलिंग BCECE Board के तहत होती है। इन राज्यों में भी रजिस्ट्रेशन, चॉइस फिलिंग और सीट अलॉटमेंट की प्रक्रिया लगभग वैसी ही होती है जैसी MCC में होती है। हालांकि, कुछ राज्यों में दस्तावेज सत्यापन ऑफलाइन मोड में कराया जाता है।
नीत यूजी काउंसलिंग के लिए क्या जरूरी डॉक्यूमेंट चाहिए?
NEET काउंसलिंग में हिस्सा लेने के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज तैयार रखें। जैसे आपका NEET का स्कोर कार्ड, एडमिट कार्ड, 10वीं और 12वीं की मार्कशीट, आधार कार्ड, डोमिसाइल सर्टिफिकेट, जाति प्रमाण पत्र (अगर लागू हो), पासपोर्ट साइज फोटो और MCC का अलॉटमेंट लेटर। ये सब डॉक्यूमेंट्स ओरिजिनल और फोटोकॉपी में साथ ले जाएं।
नीट यूजी काउंसलिंग के लिए कितनी सीटें हैं उपलब्ध?
NEET 2025 में पास होने वाले सभी स्टूडेंट्स काउंसलिंग में हिस्सा ले सकते हैं। इसमें ऑल इंडिया कोटा की 15% सीटें और राज्य कोटा की 85% सीटें होती हैं। ऑल इंडिया कोटा की काउंसलिंग MCC करती है जबकि बाकी 85% सीटों पर राज्य सरकारें अपनी-अपनी काउंसलिंग कराती हैं। 780 मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 1,18,190 सीटों पर काउंसलिंग कराई जाएगी।
सही कॉलेज कैसे चुनें?
कई बार स्टूडेंट्स जल्दबाजी में गलत कॉलेज चुन लेते हैं और बाद में पछताते हैं। इसलिए चॉइस फिलिंग करते वक्त सोच-समझकर अपनी पसंद के कॉलेजों को लिस्ट में ऊपर रखें। पहले पिछले साल की कटऑफ देख लें, फीस स्ट्रक्चर चेक कर लें और कॉलेज की लोकेशन भी ध्यान में रखें। कोशिश करें कि सरकारी कॉलेज को प्राथमिकता दें क्योंकि उनकी फीस कम होती है और पढ़ाई भी अच्छी होती है।

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